खोल दे उसको और देख ले नज़ारे सारे,
मेरी बाँह में बसे है हर अरमान तिहारे,
लिपट जा उनसे और सारा आसमान सहेज ले,
चंद चाँद-तारे गर फिसल भी जायें अगर तो,
मार गोली उनको उनकी वजह से न तू 'गिला' ले,
मेरे पास कतार हैं इन जैसो की,
तू जब भी चाहे इन 'तारों' को घर पर खाने पर बुला ले!!!
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