खाली हाथ भरे ज़ज़्बात
This is a blog of my writings and thoughts.
Thursday, 3 February 2011
सियाराम
बड़ा सरल है तेरा नाम,
जय 'सियाराम',
क्या है ये दुनिया तमाम,
बिन तेरे 'जय 'सियाराम',
खुल जाएँगी 'आँखें',
जो लेगा 'आँखें' बंद-कर,
तेरा नाम जय-सियाराम!
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